फर्जी शिकायतकर्ता के खिलाफ होगी कानूनी कार्यवाही

Updated on 08-10-2022 02:38 PM


    संजय दुबे 

भारत के संविधान में व्यवस्थापिका द्वारा बनाये गए  कानूनों का पालन करने के लिए कार्यपालिका बनाई गई है। आम जनता के हिट के लिए  कार्य करने के लिए प्रथम श्रेणी से लेकर चतुर्थ श्रेणी के शासकीय कर्मचारियों की नियुक्ति  केंद्र और राज्य शासन  द्वारा की जाती है। शासकीय सेवक बनने के लिए कितनी होड़ से इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि  छत्तीसगढ़ में लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित  भृत्य की  सैकड़ो की संख्या में भर्ती के लिए लाखों लोग परीक्षा में शामिल हुए।
  शासकीय सेवा में जो कर्मचारी शासन विरोधी कार्य पर नियंत्रण लगाने का दायित्व सम्हालते है उनके कार्यो से नियम विपरीत कार्य करने वालो पर नियंत्रण लगता है ।इसका   विरोध बड़े ही सुनियोजित ढंग से किया जाता है जिससे संबंधित सेवक को  न केवल प्रशासनिक परेशानी हो बल्कि मानसिक रूप सें त्रस्त हो जाये। इस कार्य के लिए फर्जी नामो से शिकायत करने की परंपरा है। अवैध कार्य करने वाले इस प्रकार के कार्य को बखूबी से करते हुए  शासन , जनप्रतिनिधियों सहित समाचार पत्रों में शिकायत भेजकर कार्य करने वालो को प्रभावित करने का कार्य करते है।अनेक अवसरों पर जायज शिकायते भी होती है लेकिन एक शोध से ज्ञात हुआ है कि 95 फीसदी शिकायते  फर्जी नामो से की जाती है।
 केवल नाम लिखकर बिना पता, बिना संपर्क नंबर के शिकायत की जाती है। ऐसी शिकायत पर शासन  का समय और राशि के  अलावा समय भी बर्बाद होता है।
 भारत शासन  सहित छत्तीसगढ़  शासन द्वारा जनसुविधा के लिए उनकी जायज शिकायतो के निराकरण के लिए अनेक स्तरों पर पोर्टल बनाया हुआ है जिनमे ऑनलाइन  शिकायत किये जाने की व्यवस्था है। इसके अलावा लिखित रूप से भी   सप्रमाणिक शिकायत की जा सकती है। इसका पालन न होने और फर्जी शिकायत के साथ साथ अप्रामाणिक शिकायतों पर नियंत्रण लगाने की दृष्टि से निर्णय लिया गया है कि जिन शिकायतों में केवल नाम रहेगा और पता, संपर्क नंबर नही रहेगा ऐसी शिकायतों पर विचार नही किया जाएगा
कार्मिक विभाग ने ये भी निर्धारित किया है कि जिन  शिकायतो  में शिकायत कर्ता का नाम, पता का उल्लेख होगा , उसे शिकायत के संबंध में प्रमाण  प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया जा कर  जानकारी मांगी जाएगी। 15 दिन के भीतर प्रमाण प्रस्तुत न करने की स्थिति में पुनः 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। इस अवधि के बीत जाने के बाद भी यदि शिकायतकर्ता प्रमाण प्रस्तुत नही करता है तो  संबंधित कर्मचारी  को विधिक कार्यवाही की स्वतंत्रता होगी।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 03 April 2023
संजय दुबे   शिक्षा, एक शब्द है जिसमे व्यापक रूप से  किसी या किन्ही विषयो पर व्यवस्थित ज्ञान का  अर्थ निहित है।  किसी भी देश मे जब तक शिक्षण संस्थानो ने…
 16 January 2023
संजय दुबे  मकर सक्रांति को भारतीय संस्कृति में दान का पर्व माना जाता है। सूर्य के उत्तरायण होने के प्रारंभ को भीष्म के इस दुनिया से विदा होने का दिन भी…
 18 December 2022
संजय दुबे  तब के जमाने मे जब ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का अभाव था तब  निरक्षरता के चलते ग्रामीण परिवेश में रहने वाले अपनी सोंच और समझ से कठिन शब्दो का…
 29 October 2022
संजय दुबे   आम आदमी पार्टी(आप)  के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दीपावली पर्व के साथ साथ आगामी हिमांचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से…
 08 October 2022
    संजय दुबे भारत के संविधान में व्यवस्थापिका द्वारा बनाये गए  कानूनों का पालन करने के लिए कार्यपालिका बनाई गई है। आम जनता के हिट के लिए  कार्य करने के…
 07 October 2022
            संजय दुबे की बात          कल गली, चौराहे सहित  मैदानों में लघु आकार से लेकर मध्यम और ऊंचे रावणो का दहन हुआ।…
 29 September 2022
विश्व "दिल" दिवस                      संजय दुबे की बात आज अंग्रेजो का world heart day है। हिंदी में heart को दिल कहा जाता…
 28 September 2022
रंग बना बसंती भगत सिंह        संजय दुबे की बात  उपकार फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री परम आदरणीय स्व.लाल बहादुर शास्त्री जी  की परिकल्पना की वास्तविकता थी। जय जवान जय किसान…
 23 September 2022
         _डॉ0 ओ0पी0 मिश्र_ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा  आहिस्ता आहिस्ता आगे बढ़ रही हैं और लोग जुड़ भी रहे हैं । भाजपा…
Advt.